बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर पूरे विश्व और भारत देश में खूब प्रसिद्ध है आप बनारस आ करके किसी भी दिन काशी विश्वनाथ मंदिर मैं जाकर के दर्शन कर सकते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन समय
काशी के विश्वनाथ मंदिर में जो बाबा विश्वनाथ जी का दर्शन करने का समय है वह प्रातः 5:00 बजे सुबह से लेकर के रात्रि 11:00 बजे तक है आप इसके मध्य कभी भी जाकर करके भगवान भोलेनाथ जी का दर्शन कर सकते है।
विश्वनाथ मंदिर में कई अन्य तरह के भी विप पास होते हैं जिनके द्वारा आप डायरेक्ट मंदिर में एंट्री कर करके और बिना किसी रोक रुकावट के भगवान का दर्शन कर सकते हैं जिसके लिए आपको विश्वनाथ मंदिर में जाकर विश्वनाथ मंदिर में विश्वनाथ मंदिर में जाकर विश्वनाथ मंदिर में जाकर के पता कर सकते हैं।
काशी के विश्वनाथ मंदिर जाने का रास्ता
बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर यदि आप ट्रेन के द्वारा आते हैं तब आपको सबसे पहले वाराणसी स्टेशन या बनारस स्टेशन उतरकर के वहां से किसी साधन से आपको सर्वप्रथम गोदोलिया चौराहा तक आना होगा और वहां से फिर आप किसी दूसरे साधन से बाबा विश्वनाथ के मंदिर के 12 गेटों में से किसी एक गेट से एंट्री कर करके और भगवान का दर्शन कर सकते हैं।
काशी के विश्वनाथ मंदिर दर्शन टिकट कितने का है ?
विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए यदि आप लाइन नहीं लगाना चाहते हैं और डायरेक्ट ही भगवान भोलेनाथ जी का दर्शन करना चाहते हैं तो सर्वप्रथम आपको वहां के प्रबंधकों से संपर्क कर करके और उनसे डायरेक्ट दर्शन करने की विप पास के लिए कहना होगा और उसके बाद आप जो है उसकी जो धनराशि है वह जमा कर करके उसके बाद आपको वह डायरेक्ट भगवान का दर्शन करने के लिए बिना किसी लाइन में लगे बिना किसी सिक्योरिटी चेकिंग के आपके अंदर भगवान का दर्शन करने के लिए जाने दिया जाता है।
यदि आप बिना किसी शुल्क के भगवान का दर्शन करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप जिस प्रकार रास्ता है उस प्रकार वहां पहुंच जाए और उसके बाद किसी भी गेट द्वारा आप प्रवेश कर करके और भक्त लाइन के द्वारा आप जो है भगवान भोलेनाथ जी का दर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास धर्मशाला
काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास कई प्रकार के होटल धर्मशाला स्थित है जहां की आप जाकर के रह सकते हैं और अपना समय खूब अच्छे से बाबा विश्वनाथ के पास व्यतीत कर सकते हैं और यदि आप चाहे तो भगवान बाबा विश्वनाथ के प्रांगण यानी की मंदिर में ही आपको ठहरने की सुविधा उपलब्ध है जिसमें की आपको प्री बुकिंग करनी पड़ती है और वहां जाकर करके और आपको डॉरमेट्री की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर
जब आप पहले कभी बनारस में स्थित विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने आए होंगे तब आपने देखा होगा कि कई गलियों द्वारा और कई समस्याओं को धारण करते हुए आपको मंदिर में भगवान भोलेनाथ जी का दर्शन प्राप्त करने को मिलता था परंतु हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन सारी समस्याओं को दूर करते हुए वहां एक भव्य कॉरिडोर का निर्माण कुछ समय पहले हुआ जिसमें कि हमारे बाबा विश्वनाथ मंदिर के आसपास की जगह को बड़ा कर करके और एक भव्य कॉरिडोर का निर्माण हो गया है।
काशी विश्वनाथ से गंगा स्नान के लिए कैसे जाए?
जब आप बाबा विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने के लिए बनारस जाएंगे तब आप दर्शन करने के बाद या फिर दर्शन करने से पूर्व ही आपकी इच्छा है की मां गंगा मैया में जाकर के स्नान करने की तो आप दशाश्वमेध घाट जो कि बाबा विश्वनाथ मंदिर के निकट ही है वहां जाकर के आप गंगा स्नान कर करके और पद यात्रा करते हुए ही बाबा विश्वनाथ के मंदिर जो कि बाबा विश्वनाथ मंदिर के निकट ही है वहां जाकर के आप गंगा स्नान कर करके और पद यात्रा करते हुए ही बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर के गेट से होते हुए बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए आप जा सकते हैं।
क्या काशी विश्वनाथ मंदिर सोने का बना है?
बता दें कि विश्वनाथ मंदिर में जो ऊपर का गुंबद है वहां बहुत ही पहले से ही सोने की चादर उस पर गुंबद पर लगी हुई है और उसके बाद कुछ समय पहले भी काशी विश्वनाथ मंदिर के पास तकरीबन 60 किलो के लगभग सोने का दान आया है और इस दान के उपरांत विश्वनाथ मंदिर में अंदर दीवारों पर पहले जो की प्लास्टिक की सीटें थी उसके बाद तांबे की सीटें थी और अब जाकर के उन दीवारों पर सोने की सीटें लगी है और कुछ सोने का काम जो कि बाहर किया गया है।
बता दे की 18वीं शताब्दी
के बाद मंदिरों को सोने की इन चादरों से ढका यह बहुत ही बहुत ही बड़ा काम है और हमारे बाबा विश्वनाथ 12 ज्योतिर्लिंग में से एक जिनके दर्शन पा करके भक्तजन मनमुग्ध हो जाते हैं।
FAQs
काशी विश्वनाथ मंदिर में कितना सोना लगा है?
बाबा विश्वनाथ काशी में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बहुत ही अद्भुत और भव्य मंदिर है जिस्म की अभी हाल फिलहाल में ही तकरीबन 60 किलो के लगभग सोने की चादर मंदिर के गुंबद पर और मंदिर के गर्भ गृह के दीवारों पर भी लगाई गई है जो कि बाबा विश्वनाथ मंदिर के प्रांगण के उसे स्थान पर चार चांद लगाता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर किसने बनवाया था?
काशी विश्वनाथ मंदिर जो कि भारत में उत्तर प्रदेश नामक राज्य के वाराणसी जिले में बाबा विश्वनाथ का बहुत ही भाव और सुंदर मंदिर बना हुआ है जिसका की निर्माण हमारे राजा हरिश्चंद्र जी द्वारा करवाया गया था और उस समय हमारा यह मंदिर बहुत ही संकटों से घिरा हुआ था परंतु हमारे बाबा विश्वनाथ की कृपा से आज यह मंदिर खूब सुंदर ढंग से बन करके और आज हमारे समक्ष बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दे रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर का दूसरा नाम क्या है?
काशी मंदिर जो कि भारतवर्ष के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और बाबा विश्वनाथ के नाम से से यह भारतवर्ष में और पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है परंतु हम इन्हें और कई नाम से भी जानते हैं और उनमें से ही एक नाम है विश्वेश्वर महादेव इस नाम से हम बाबा विश्वनाथ को जानते हैं
काशी विश्वनाथ मंदिर कितना पुराना है?
विश्वनाथ मंदिर जो कि हमारे राजा राजा हरिश्चंद्र जी द्वारा बनवाया गया था 11वीं शताब्दी में कई बार इस मंदिर को ध्वस्त भी किया गया परंतु हमारे पूर्व भगवान के अनुयायियों द्वारा यह मंदिर का निर्माण फिर से हुआ और बाबा विश्वनाथ की कृपा से आज मंदिर का निर्माण एक कॉरिडोर में बदलकर के भव्य और सुंदर हो गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास क्या है?
काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण 11वीं
शताब्दी में हुआ था और राजा हरिश्चंद्र द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर जी का यह मंदिर बनवाया गया था लेकिन उसके बाद मुगल के मोहम्मद गोरी द्वारा 1194 में इस मंदिर को तुड़वा दिया गया था उसके बाद फिर भक्तों द्वारा इस मंदिर का पुनः निर्माण हुआ
परंतु फिर जौनपुर के मोहम्मद शाह के द्वारा फिर से यह मंदिर 1447 में तुड़वा दिया लेकिन उसके बाद फिर 1585 म मैं इस मंदिर का निर्माण पुनः किया गया और राजा टोडरमल के द्वारा बनवाया गया लेकिन फिर 8 अप्रैल 1669 को फिर से यह मंदिर औरंगजेब द्वारा तोड़ता दिया गया परंतु पुनः 125 वर्ष बाद 1735 मैं इंदौर की महारानी अहिल्याबाई ने इसका फिर पुनः निर्माण करवाया, मंदिर को मुगलों द्वारा बहुत बार तोड़ा गया परंतु हमारे भारत के सर्वश्रेष्ठ दिग्गजों के द्वारा पुनः या मंदिर फिर से खड़ा कर दिया गया और आज उन्हीं की कृपा है जिनके द्वारा यह मंदिर आज फिर हमारे समक्ष है।
काशी विश्वनाथ मंदिर की 5 विशेषताएं
- काशी विश्वनाथ मंदिर जो की 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
- काशी विश्वनाथ मंदिर में विश्वनाथ जी के दर्शन मात्र से ही माना जाता है कि भोलेनाथ जी उनके सब कष्ट हर लेते हैं।
- काशी विश्वनाथ मंदिर बनारस में स्थित मोक्ष धाम है जहां पर की सबको मोक्ष प्राप्त होता है।
- काशी विश्वनाथ मंदिर बनारस समेत भगवान भोलेनाथ जी के त्रिशूल पर खड़ा है।
- काशी विश्वनाथ बनारस धाम में ही भगवान भोलेनाथ जी ने सती के प्रेम की कई वर्षों तक प्रतीक्षा की थी।
Conclusion: इस आर्टिकल मैं हमने बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर की सुंदरता और इतिहास को उजागर करने का प्रयास किया है।
Sitaram Pandey is a content writer,writing blogs on our Dharma Sanatan Dharma.