मनसा देवी मंदिर भारत के उत्तराखंड नामक राज्य के हरिद्वार जिले मैं स्तिथ है,जिसकी दूरी हरिद्वार रेलवे स्टेशन से पांच किलो मीटर के दायरे मैं है।मंदिर जाने के लिए आपको हरिद्वार से खड़ी चार किलोमीटर की चढ़ाई करनी होगी,आप उड़न खटोला रोपवे का भी साधन ले सकते है।
परिचय;इस आर्टिकल मैं आप मनसा देवी मंदिर के बारे मैं पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।हमने इस आर्टिकल मैं मनसा देवी मंदिर के बारे मैं सभी जानकारियां इकट्ठा कर के आपको देने का प्रयास किया है,आपका समय हमारे लिए कीमती है।आप इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
मनसा देवी मंदिर कैसे जाएं?
मनसा देवी मंदिर जाने के लिए आपको भारत के उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार शहर में जाना होगा आप यहां रेल द्वारा भी आ सकते है,मनसा देवी मंदिर से नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार का अपना रेलवे स्टेशन है,जहां से की आपको लगभग 2.5 km की खड़ी चढ़ाई या उड़न खटोला द्वारा बिलवा पर्वत पर विराजमान माता मनसा मंदिर के भव्य और चमत्कारी स्वरूप के दर्शन के लिए जाना होगा।
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मनसा देवी मंदिर दर्शन समय क्या है?
- यदि आप मनसा देवी मंदिर जाने का सोच रहे है तो आप हरिद्वार जाकर के मनसा देवी मंदिर पहुंच के प्रातः 5:00 am से लेकर के रात्रि 09:00 pm बजे तक आप वहा दर्शन बिना किसी रोक रुकावट के हफ्ते मैं किसी भी दिन जाकर के कर सकते है।
- आप यहां सर्दियों के मौसम मैं भी आ सकते है,यहां का वातावरण बहुत ही ठंडा रहता है,परंतु आने से पहले अपने चिकित्सक सहयोगी से सलाह जरूर लें क्यों की आपको यहां खड़ी चढ़ाई जो की लगभग 3 km कि है आपको वो करनी पड़ सकती है।
मनसा देवी मंदिर टिकट प्राइस?
मनसा मंदिर दर्शन करने के लिए आपको किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं देना है,आप वहां बिना किसी को कोई पैसे दिए जाकर के दर्शन कर सकते है, हां यदि आप मनसा देवी मंदिर जाने के लिए उड़ान खटोला का मार्ग चुनते है तो आपको उसकी टिकट का मूल्य देना होता है,और यदि आप मंदिर प्रांगण मैं किसी भी विशेष प्रकार की पूजा करवाते है तो आपको मंदिर के लोगो को कुछ शुल्क देना हो सकता है।
FAQ
मनसा देवी मंदिर vip दर्शन कैसे करें?
मनसा देवी मंदिर के दर्शन के लिए आप उड़न खटोला का मार्ग चुन के मंदिर आराम से पहुंच सके है।आपको सभी भक्तो जहां की हजारों हजार की भीड़ होती है,उसमे आपको लाइन के माध्यम से मनसा देवी मंदिर के दर्शन कराए जाते है।
यदि आप मनसा देवी मंदिर के दर्शन के लिए भक्ति के लंबे लाइन के कतार मैं न लग कर के डायरेक्ट वीआईपी प्रवेश करना चाहते है तो आपको पांच सौ से लेकर के हजार रुपए तक का शुल्क अदा करके वीआईपी द्वार से बिना लाइन लगे मनसा देवी मंदिर के दर्शन करा दिए जाएंगे।
मनसा देवी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है?
- आपको बता दे की मनसा माता मंदिर जो की 51 शक्तिपीठों मैं से एक है,जो की एक बहुत ही चमत्कारी भक्तो की सारी मनोकामनाओं को पूरी करने वाली,शक्ति का स्वरूप है।
- मनसा माता मंदिर के परिषद मैं हर वर्ष शारदीय नवरात्रि मैं एक बहुतही भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।आपको बता दे की इस नवरात्रि मैं आपको लाखो करोड़ों की भीड़ यहां देखने को मिलेंगी।मेले मैं माता के संपूर्ण भक्तो की मानकमनाए पूर्ण होती है,माना जाता है की यह पार्वती जी का स्वरूप है और सारी माता का एक अंग यहीं आकर के गिरा था।जिसे की आज हम शक्तिपीठ के नाम से जानते है।
- आपको बता दे की मनसा माता मंदिर के प्रांगण मैं हर वर्ष मैं दो बार बहुत भीड़ होती है चैत्र और आश्विन महीने मैं,क्योंकि यहां नवरात्रि के नव दीनो तक बहुत हि आनंद आता है।
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मनसा देवी मंदिर का इतिहास क्या है?
मनसा माता मंदिर के बारें मैं कई मान्यताएं मशहूर है जिनमे की एक यह है की यह मंदिर भगवान शिव के मन से जन्मा है जो की मां का स्वरूप है,मनसा जो की नाग वासुंकी के बहन है।जिन्हे की मानवीय रूप मैं भगवान शिव की पुत्री भी कहा जाता है।
एक मान्यता यह भी है की जब सती के अंग धारी पर गिरें तब सती माता के मस्तक(सिर) का पिछला भाग इसी स्थान पर गिरा था जिससे की यहां माता सती के मंदिर का स्वरूप बना गय।आपको बता दे की मनसा माता मंदिर को पहले सती माता मंदिर के नाम से भी जाना जाता था।
मनसा का अर्थ क्या है?
मनसा के अर्थ को यदि आप समझे तो मन शब्द का अर्थ आपके बुद्धि,दिम्माग से है,और सा शब्द का अर्थ है की उसके जैसा यानी की मन के जैसा,बुद्धि के जैसा।
- कह सकते है की माता पार्वती जी एवम प्रभु शिव जी का मस्तिष्क यानी की बुद्धि,दिमाग इस मंदिर को माना जाता है है जहां की यदि भक्त अपनी कष्ट मनोकमाना मनसा देवी मंदिर मैं कहता है तो वह प्रभु भोलेनाथ जी के कानो तक पहुंच जाता है,और भक्ति की मनोकामना पूर्ण हों जाति है।
क्या मनसा देवी मंदिर पार्वती जी का स्वरूप है?
जी हां मनसा माता मंदिर माता पार्वती जी का स्वरूप है जो की उनके ही स्वरूप सती के अंगों से उत्पन्न हुआ है। माता सती के अंग जब धरती पर गिरे तब माता के शीश का पिछला भाग इस स्थान पर आकर के गिरा जो की माता सती मंदिर के नाम से मशहूर हुआ बाद में चल करके यह मानसा देवी मंदिर के नाम से मशहूर हुआ।
क्या मनसा देवी का मंदिर 51 शक्तिपीठों मैं से एक है?
मनसा माता मंदिर हरिद्वार में स्थित एक तीर्थधाम में से जहां की आप जाकर के अपने कष्ट और मनोकामनाओं को माता मनसा देवी मंदिर को सुना सकते हैं,और आपको बता दे की यह 51 शक्तिपीठों मैं से एक है यही पर माता शती के शीश का अंग गिरा था।जो की मत सती मंदिर से जाना गया।
आपकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला है मनसा माता मंदिर है यदि आप यहां जाने पर विचार कर रहे है तो अवश्य ही जाएं,और माता का आशीर्वाद प्राप्त करें।
Conclusion: इस आर्टिकल मैं हमने हरिद्वार में स्थित मनसा देवी मंदिर की सुंदरता और इतिहास को उजागर करने का प्रयास किया है।
क्या आप कभी हरिद्वार के चंडी देवी मंदिर जी कभी गए है? अगर हां तो अपना फीडबैक जरूर हमारे दर्शकों के साथ शेयर करें नीचे कमेंट बॉक्स मैं
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